
नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है। यहाँ आपको भगवान श्री कृष्ण के तस्वीरों और उनके अच्छे विचार के बारे में बताने वाला हूँ। उम्मीद करता हु की ये सभी तस्वीरें आपको पसंद आएगी। तो भगवान श्री कृष्ण का नाम लेकर शुरू करते है।
जय श्री कृष्णा

जैसे इसी जन्म में जीवात्मा बाल,
युवा और वृद्ध शरीर को प्राप्त
करती है।
वैसे ही जीवात्मा मरने के बाद भी
नया शरीर प्राप्त करती है।
इसलिए वीर पुरुष को मृत्यु से
घबराना नहीं चाहिए।
इसका अर्थ यह है कि जैसे इंसान बच्चे से जवान ,
जवान से बूढ़ा होता है ।
वैसे ही मरने के बाद इंसान नये शरीर को प्राप्त करता है।
इसलिए मरने से घबराना नहीं चाहिए।

जो किसी दुसरो पर शक करता हैं,
उसे किसी भी जगह पर खुशी नहीं मिल सकती।
इसका अर्थ यह है कि जो दूसरो पर शक करता है
उसे कही पर भी खुशी नहीं मिल सकती।

फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला
पुरुष ही अपने जीवन में सफल बनता है।
इसका अर्थ यह है कि जो इंसान लालच न करके
अपना कर्म करता है वहीं जीवन में सफल होता है।

आत्मा अजर अमर है। जो लोग इस
आत्मा को मारने वाला या मरने
वाला मानते हैं,
वे दोनों ही नासमझ हैं आत्मा ना
किसी को मारती है और ना ही
किसी के द्वारा मारी जा सकती हैं।
आत्मा न तो बूढ़ी होती है न ही कभी मर सकती है,
जो लोग सोचते है की आत्मा को मर जा सकता है
वो लोग नासमझ है।

परिवर्तन संसार का नियम है।,
जिसे तुम मृत्यु समझते हो, वही तो
जीवन है।
इसका अर्थ यह है कि चीजों का बदलते रहना ,
यही तो संसार का नियम है।
जिसे लोग मरना मानते है असल में वहीं जीवन है।

अपने कर्म पर अपना दिल लगायें,
ना की उसके फल पर।
इसका अर्थ यह है कि कर्म करते रहना चाहिए ,
उससे क्या मिलने वाला है उस पर ध्यान नहीं देना चाहिए।

जो अपने मन को नियंत्रित नहीं करते
उनका मन ही उनका सबसे बड़ा शत्रु है |
इसका अर्थ यह है कि मन ही हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है ।
सबसे पहले हमें इसे ही काबू करना चाहिए।

तुम खुद अपने मित्र हो और खुद ही अपने शत्रु|
इसका अर्थ यह है कि आप ही अपने सबसे अच्छे दोस्त
और सबसे बड़े दुश्मन हो।

आत्मा को शस्त्र नहीं काट सकते ,
अग्नि नहीं जला सकती ,
जल नहीं गाला सकता ,
वायु नहीं सूखा सकती.
इसका अर्थ यह है कि आत्मा को कोई हथियार
नहीं काट सकता है , न ही जला सकता है,
न ही गला सकता है और
न ही हवा आत्मा को सुखा सकता है।

मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है.
जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है.
इसका अर्थ यह है कि इंसान जैसा सोचता है
वैसा ही बन जाता है इसलिए हमेशा अच्छे
विचार ही अपने मन में लाने चाहिए ।

अगर आप अपना लक्ष्य पाने में नाकामयाब होते हो
तो अपनी रणनीति बदलो, लक्ष्य नही।
इसका अर्थ यह है कि अगर आप अपने मंजिल तक
नहीं पहुंच पा रहे हो तो मंजिल नहीं अपना रास्ता बदलो।

सुख का राज अपेक्षाए कम रखने में है।
इसका अर्थ यह है कि अगर आप सुखी रहना हो तो
अपनी जरूरतों को कम करो ।

जो जन्म लेता है उसकी मृत्यु भी निश्चित है.
इसलिए जो होना ही है उस पर शोक मत करो
इसका अर्थ यह है कि जो इस संसार में पैदा होता है
उसे एक दिन मरना जरूर है।
इसलिए जो होने वाला है उस पर शोक नहीं मानना चाहिए।

मैंने और तुमने कई जन्म लिए है
लेकिन तुम्हे याद नहीं है
इसका अर्थ यह है कि सभी लोगो ने कई जन्म लिए है
लेकिन किसको वो याद नहीं है।

बुद्धिमान व्यक्ति को समाज की भलाई के लिए
बिना किसी स्वार्थ के कार्य करना चाहिए
इसका अर्थ यह है कि समझदार इंसान हमेशा
समाज के बारे में सोचता है न कि अपने बारे में।

बुरे कर्म करने वाले नीच व्यक्ति
मुझे पाने की कोशिश नहीं करते
इसका अर्थ यह है कि जो बुरे कर्म करता है वो
श्री कृष्णा को पाने की कोशिश नहीं करता।

इसमें कोई शक नहीं है कि जो भी व्यक्ति
मुझे याद करते हुए मृत्यु को प्राप्त होता है
वह मेरे धाम को प्राप्त होता है
इसका अर्थ यह है कि जो इंसान श्री कृष्णा को याद
करता हुआ मारता है वो कृष्णा के धाम को प्राप्त होता है।

इस जीवन में ना कुछ खोता है ना व्यर्थ होता है
इसका अर्थ यह है कि इस संसार में ना कुछ खोया है
ना ही कुछ बर्बाद होता है।

मन अशांत है और उसे नियंत्रित करना कठिन है,
लेकिन अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता है
इसका अर्थ यह है कि मन को अपने वश में करना
बहुत मुश्किल है ,
लेकिन रोजाना कोशिश करके मन को
वश किया जा सकता है।
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